अब मोबाइल पर मिलेगी बस की लाइव लोकेशन, ट्रेन की तरह ट्रैकिंग सिस्टम का ट्रायल शुरू – जानिए कैसे करेगा ये हाईटेक ऐप काम

यात्रियों के लिए बड़ी सुविधा, अब देर से आने की चिंता नहीं, बस यात्रा करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। अब यात्रियों को बस का इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं होगी क्योंकि ट्रेन की तरह बस की लाइव लोकेशन मोबाइल पर देखी जा सकेगी। सरकार ने स्मार्ट परिवहन सेवा के तहत एक हाईटेक ट्रैकिंग सिस्टम का ट्रायल शुरू कर दिया है, जिससे बसों की सटीक लोकेशन, अनुमानित समय और अगले स्टॉप की जानकारी मोबाइल ऐप पर दिखेगी।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट को डिजिटल बनाने की दिशा में बड़ा कदम

इस नई तकनीक को सबसे पहले राज्य परिवहन निगम द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। ट्रायल फेज़ में शहरों की लोकल बसों में GPS डिवाइस लगाए गए हैं, जिससे उनकी वास्तविक स्थिति रियल टाइम में सर्वर पर अपडेट होती है। यह जानकारी ऐप के माध्यम से यात्रियों को दी जा रही है, जिससे उन्हें यह पता चल सकेगा कि बस कहां है और कितनी देर में उनके स्टॉप पर पहुंचेगी।

कैसे काम करेगा यह मोबाइल ऐप सिस्टम

यह सिस्टम खास GPS बेस्ड तकनीक पर काम करता है। हर बस में लगा डिवाइस रूट, स्टॉप और चालू स्थिति की जानकारी साझा करता है, जो मोबाइल ऐप या पोर्टल पर दिखाई देती है। यूजर को बस नंबर डालकर उसका रूट, लाइव ट्रैकिंग और ETA (Estimated Time of Arrival) दिखेगा। कुछ ऐप्स में QR कोड स्कैन करके भी बस को ट्रैक किया जा सकेगा।

किस राज्य में शुरू हुआ ट्रायल, कब होगा पूरे देश में लागू

इस तकनीक का ट्रायल सबसे पहले दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, भोपाल, और हैदराबाद जैसे शहरों में किया जा रहा है। ट्रायल सफल रहने पर इसे सभी राज्य परिवहन निगमों में लागू किया जाएगा, जिससे लाखों यात्रियों को फायदा मिलेगा। इससे बसों की समयबद्धता सुधरेगी और ट्रैफिक नियंत्रण में भी मदद मिलेगी।

यात्रियों को क्या होंगे फायदे

अब यात्रियों को बस स्टॉप पर घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्हें ऐप पर देखकर यह तय करने में आसानी होगी कि कितनी देर में बस आएगी और क्या उस समय घर से निकलना सही रहेगा। यह सुविधा खासकर स्कूली बच्चों, महिला यात्रियों और बुजुर्गों के लिए बेहद उपयोगी मानी जा रही है।

भविष्य में क्या होंगे और बदलाव

डिजिटल बस ट्रैकिंग के साथ-साथ ऐप में टिकट बुकिंग, सीट उपलब्धता, फीडबैक सिस्टम, और SOS बटन जैसी सुविधाएं जोड़ने की योजना भी है। इसके अलावा सरकारी बसों के साथ-साथ निजी बसों को भी इस सिस्टम से जोड़ने की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है।

निष्कर्ष

Bus Location Mobile App जैसी सुविधा से अब बस यात्रा पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक और भरोसेमंद बनने जा रही है। अगर यह तकनीक सफल रहती है, तो आने वाले समय में यह देश के हर नागरिक की दैनिक यात्रा को बदल कर रख देगी। बस ट्रैकर ऐप की शुरुआत भारत के परिवहन सिस्टम को हाईटेक बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।

डिस्क्लेमर

यह लेख ट्रायल स्तर पर आधारित जानकारी है। पूरी सुविधा राज्य सरकारों की नीति और तकनीकी उपलब्धता के अनुसार चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। अधिक जानकारी के लिए संबंधित राज्य परिवहन विभाग की वेबसाइट देखें।

Read More:

Leave a Comment

Free Mobile